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10 Essential Tips for Choosing the Right Car Insurance When Buying a New Car

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10 Essential Tips for Choosing the Right Car Insurance When Buying a New Car

नई कार खरीदना हर किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण चरण होता है। कार लेने से पहले कई चीजों का विचार करना पड़ता है – बजट, जरूरत, ब्रांड, मॉडल आदि। लेकिन एक महत्वपूर्ण मुद्दा अक्सर अनदेखा रह जाता है – वह है कार इंश्योरेंस। कार इंश्योरेंस लेना भारत में कानूनन अनिवार्य है। लेकिन केवल कानून के कारण नहीं, बल्कि आपकी कार की सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा के लिए बीमा बेहद जरूरी है। सड़क पर दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, चोरी जैसी कई समस्याओं से आपकी कार को सुरक्षित रखने के लिए बीमा उपयोगी साबित होता है। इसलिए, नई कार लेते समय सही बीमा का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन बीमा के कई विकल्पों के कारण चयन करना कठिन हो जाता है। यहां हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बिंदु और टिप्स दे रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपनी कार के लिए सही बीमा चुन सकते हैं।

  1. बीमा के प्रकार समझें
    • सबसे पहले आपको बीमा के विभिन्न प्रकार समझना जरूरी है। मुख्यतः दो प्रकार के बीमा उपलब्ध होते हैं – थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस। Car Insurance
    • थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कानूनन अनिवार्य है। इसमें दुर्घटना के कारण दूसरों की संपत्ति का नुकसान या अन्य को हुई चोटें शामिल होती हैं। इसका प्रीमियम कम होता है।
    • कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस व्यापक विकल्प होता है। इसमें थर्ड पार्टी कवरेज के साथ ही आपकी कार का नुकसान, चोरी, प्राकृतिक आपदा आदि भी शामिल होते हैं। इसका प्रीमियम थोड़ा ज्यादा होता है, लेकिन सुरक्षा अधिक मिलती है।
    • आपकी जरूरत और बजट के अनुसार आप सही विकल्प चुन सकते हैं। लेकिन संभव हो तो कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज लेना लाभदायक होता है।
  2. इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) समझें
    • IDV आपकी कार की बीमा के लिए घोषित की गई कीमत होती है। नुकसान भरपाई के लिए IDV महत्वपूर्ण होता है।
    • IDV बाजार में आपकी कार की वर्तमान कीमत पर निर्भर करता है। कार के मॉडल, उम्र, स्थिति पर IDV तय होता है। IDV जितना ज्यादा, प्रीमियम भी उतना ज्यादा होता है।
    • IDV तय करते समय ईमानदार रहना महत्वपूर्ण है। IDV कम दिखाकर प्रीमियम बचाने की कोशिश न करें, क्योंकि भविष्य में नुकसान होने पर आपको कम भरपाई मिलेगी। Car Insurance
  3. नो क्लेम बोनस (NCB) के बारे में जानें
    • NCB का मतलब है नो क्लेम बोनस। अगर आपने पूरे साल बीमा का दावा नहीं किया, तो अगले साल आपको बीमा प्रीमियम में छूट मिलती है, इसे NCB कहते हैं।
    • NCB के कारण हर साल आपका बीमा प्रीमियम कम होता जाता है। NCB का प्रतिशत 20% से शुरू होकर हर नो क्लेम साल के लिए बढ़ता जाता है और 5 साल बाद यह 50% तक पहुंच सकता है।
    • इसलिए छोटे नुकसानों के लिए बीमा का दावा करने से बचें। जितना संभव हो, बीमा दावा किए बिना NCB का लाभ उठाएं।
  4. ऐड-ऑन कवरेजेस जांचें
    • अधिकतर बीमा कंपनियां मुख्य बीमा पॉलिसी के साथ “ऐड-ऑन कवरेजेस” देती हैं। उदाहरण के लिए, जीरो डेप्रिसिएशन कवर, इंजन प्रोटेक्शन कवर, रोडसाइड असिस्टेंस आदि। Car Insurance
    • इन ऐड-ऑन्स के कारण आपको अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है, लेकिन इसके लिए अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ता है। आपकी जरूरत और बजट के अनुसार ऐड-ऑन्स चुनें। अनावश्यक ऐड-ऑन्स से बचें।
  5. बीमा कंपनी की पारदर्शिता जांचें
    • बीमा लेते समय कंपनी की पारदर्शिता और विश्वसनीयता की जांच करना महत्वपूर्ण है। कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो, ग्राहक सेवा, नेटवर्क गेराजेस की जानकारी लें। Car Insurance
    • ऑनलाइन रिव्यू पढ़ें, मित्र-परिचितों के अनुभव जानें। प्रतिष्ठित और विश्वसनीय कंपनी का चयन करें। सस्ता बीमा लेकर धोखा न खाएं।
  6. बीमा प्रीमियम और छूट की तुलना करें
    • बीमा लेते समय विभिन्न कंपनियों के प्रीमियम और छूट की तुलना करें। लेकिन केवल सस्ता प्रीमियम ही अच्छा बीमा नहीं होता, यह ध्यान रखें।
    • प्रीमियम के साथ ही कवरेज और सेवाओं की तुलना करें। ऑनलाइन इंश्योरेंस एग्रीगेटर वेबसाइट्स का उपयोग करके आप आसानी से तुलना कर सकते हैं।
  7. पॉलिसी की शर्तें और नियम पढ़ें
    • बीमा लेते समय पॉलिसी की सभी शर्तें और नियम ध्यान से पढ़ें। प्रत्येक क्लॉज का अर्थ समझें। कवरेज, एक्सक्लूशन्स, क्लेम प्रक्रिया स्पष्ट होनी चाहिए।
    • जरूरत पड़ने पर बीमा एजेंट से प्रश्न पूछें। पॉलिसी डॉक्यूमेंट संभालकर रखें और उसे पूरी तरह से पढ़ें। सही शर्तों का बीमा चुनने से भविष्य की परेशानियां टल जाती हैं।
  8. क्लेम प्रक्रिया समझें
    • बीमा लेते समय पहले से ही कंपनी की क्लेम प्रक्रिया समझें। क्लेम कैसे करना है, कौन से दस्तावेज चाहिए होंगे, कितने दिनों में क्लेम प्रोसेस होगा, यह जानें।
    • क्लेम प्रक्रिया जितनी आसान और तेज हो, उतना आपका बीमा अच्छा। प्रसिद्ध कंपनियों में क्लेम निवारण अच्छा होता है।
  9. गेराज नेटवर्क की जानकारी लें
    • बीमा लेते समय कंपनी के गेराज नेटवर्क की जानकारी लें। आपके शहर या क्षेत्र में उस कंपनी के कितने “नेटवर्क” या “टाई-अप” गेराजेस हैं, यह जांचें।
    • नेटवर्क गेराजेस में आप “कैशलेस” क्लेम कर सकते हैं, यानी बीमा सीधे बिल का भुगतान करता है। नेटवर्क गेराजेस पास होने से समय और पैसे बचते हैं और प्रक्रिया सरल होती है।
  10. ऑनलाइन बीमा खरीदने का विकल्प देखें
    • आजकल ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना आसान हो गया है। ऑनलाइन विकल्प पारदर्शी होता है और इससे तुलना करना आसान होता है।
    • ऑनलाइन इंश्योरेंस वेबसाइट्स पर जाकर आप घर बैठे बीमा खरीद सकते हैं। दस्तावेज और प्रीमियम भुगतान ऑनलाइन होते हैं। आपका समय और श्रम बचता है।
    • लेकिन ऑनलाइन विकल्प चुनते समय कंपनी की विश्वसनीयता की जांच करें। फ्रॉड वेबसाइट्स से सावधान रहें। सुरक्षित पेमेंट गेटवे का उपयोग करें।
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